लोक प्रशासन-Lok Prashashan (Public Administration) – (TEXT BOOK)- By Avasthi & Maheshwari
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Lok Prashashan (Public Administration – , By – Avasthi & Maheshwari, ISBN Code – 978-93-87346-65-9
लोक प्रशासन का नवीन संस्करण पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें हर्ष है। यह पुस्तक अपने विषय का प्रामाणिक ग्रन्थ बन सकी हैं, इसने हमारे उत्तरदायित्व को और भी गम्भीर बना दिया है। नया संस्करण पूर्ण रूप से संशोधित किया गया है तथा इसमें कई नवीन अध्यायों का समावेश किया गया है। पुस्तक में अद्यतन घटनाओं व कार्यकलापों का भी वर्णन है। पुस्तक की भाषा अद्योपान पुनः पढ़ी गयी है तथा इसे सरल व बोधगम्य बनाने का पूर्ण प्रयत्न किया गया है।
इस पुस्तक के प्रत्येक विषय को मैनें पूर्णतय संशोधित करने का प्रयास किया है तथा इसमें अद्यतन घटनाओं एवं क्रियाकलापोंः यथा-लोकपाल तथा लोकायुक्त तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2013 को समावेशित किया है।
सिविल सेवाओं और यू जी सी- ;छण् म्ण् ज्ण्द्ध जैसी उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागियों तथा परस्नात्क (एम ए) कक्षा के विद्यार्थीयों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मैनें प्रशासन के सिद्धान्त, संगठन के सिद्धान्त, लोकायुक्त तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा की नई परीक्षा पद्धति 2013 पर अधिक विस्तृत, नूतन एवं सारगर्वीत उपलबधि कराने का प्रयास किया है।
लोक प्रशासन के इस नवीन संस्करण में कुछ नये विषय जैसे-लोकपाल एवं लोकायुक्त, प्रशासनिक विकास, वैज्ञानिक प्रबन्धः फ्रेडरिक टेलर, प्रशासन में सच्चरित्रता एवं भ्रष्टाचार सन् 2013 से संघ लोक सेवा आयेग द्वारा लागू की गई सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के नवीन पद्धति का विवरण (भर्ती तथा चयन अध्याय में) आदि के भी विस्तृत अध्ययन सामग्री के साथ उपलब्ध कराया गया है।
यहाँ एक बार कहना आवश्यक हैं कि लोक प्रशासन में आँकड़ों के आय करना सुलभ कार्य नहीं हैं। अनेक मामले में गोपनीय बने रहते हैं। आँकडे मिलते हैं वह भी विलम्ब के बाद (पाठको को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए) इस पुस्तक के साथ समाचार-पत्रों का पढ़ना भी आवश्यक है क्योंकि नये नये परिवर्तन इन्हें में शीध्र प्रकाशित होते हैं।
हमें आशा है कि राजनीति विज्ञान यह लोक प्रशासन के शिक्षक व विद्यार्थीगण प्रस्तुत संस्करण के अब और अधिक उपयोगी पायेंगे।
इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
प्रथम खण्ड लोक प्रशासन: सामान्य परिचय
1. लोक प्रशासन: अर्थ, प्रकृति तथा क्षेत्र 2. लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन 3. लोक प्रशासन: कला, विज्ञान अथवा दोनों 4. लोक प्रशासन का महत्व 5. एक विश्व के रूप में लोक प्रशासन का विकास 6. नवीन लोक प्रशासन 7. वुडरो विल्सन तथा लोक प्रशासन: एक दृष्टिकोण 8. तृतीय विश्व में लोक प्रशासन के मुख्य मुद्दे और चुनोतियाँ 9. नवीन सार्वजनिक प्रबन्ध 10. जन विकल्प (जन चयन) सिद्धान्त तथा लोक प्रशासन 11. लोक प्रशासन की अध्ययन पद्धतियाँ
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
12. विकास प्रशासन 13. प्रशासनिक विकास 14. विकास तथा नौकरशाही 15. विकसित प्रशासन की परिवर्तनशील रूपरेखा 16. तुलनात्मक लोक प्रशासन: अर्थ तथा क्षेत्र 17. तुलनात्मक लोक प्रशासन के प्रतिमान (मॉडल)
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
तृतीय खण्ड संगठन
18. संगठन: औपचारिक एवं आनौपचारिक 19. संगठन के सिद्धान्त 20. प्रशासन के सिद्धान्त अथवा उपागम 21. संगठन की संरचनाः मुख कार्यपालिका-1 22. संगठन की संरचनाः लाइन एवं स्टाफ-2 23. संगठन की संरचनाः विभाग-3 24. संगठन की संरचनाः लोक निगम-4 25. संगठन की संरचनाः बोर्ड तथा आयोग-5 26. संगठन की संरचनाः स्वतन्त्र नियमकीय आयोग-6 27. संगठन की संरचनाः क्षेत्रीय प्रशासन-7
चतुर्थ खण्ड प्रबन्ध
28. प्रबन्ध 29. वैज्ञानिक प्रबन्ध: फ्रडरिक डब्ल्यू टेलर 30. प्रशासनिक व्यवहार: नेतृत्व 31. प्रशासन में निर्णयन: हरबर्ट साइमन 32. संचार अथवा संप्रेषण 33. अभिप्रेरणाः मैस्ले, मैकग्रेगर, हर्जबर्ग एवं आऊची 34. मनोबल एवं नैतिकता
पंचम खण्ड कार्मिक प्रशासन
35. सेविवर्ग प्रशासन 36. लोक सेवाओं का विकास 37. नौकरशाही की अवधारणाः मैक्स बेवर 38. लोक सेवा की अवधारणा 39. भारत में लोक सेवा 40. भर्ती तथा चयन 41. लोक सेवकों का प्रशिक्षण 42. लोक सेवा में पदोनति तथा कार्य-मूल्यांकन 43. लोक सेवा में पद वर्गीकरण 44. प्रशासन में अनुशासन 45. नियोक्ता-कर्मचारी सम्बन्ध: हिटलेवाद 46. प्रशासन में सच्चरित्रता
पष्ठम खण्ड वित्तीय प्रशासन
47. वित्तीय प्रशासन तथा बजट 48. भारत में बजट सम्बन्धी प्रक्रिया 49. कार्य-निष्पादक बजट 50. वित्त पर संसदीय नियन्त्रण 51. लेखांकन तथा लेखा-परीक्षण 52. मौद्रिक नीति तथा राजकोषीय नीति
सप्तम् खण्ड प्रशासनिक नियन्त्रण तथा उत्तरदायित्व
53. प्रशासन पर विद्यार्थी नियन्त्रण 54. प्रशासन में भ्रष्टाचार 55. लेखपाल तथा लोकायुक्तः भारतीयओम्बुड्समेन 56. जन-शिकायत निवारण 57. नागरिक तथ प्रशासन: विविध पक्ष 58. भारत में नागरिक अधिकार-पत्र
अष्टम् खण्ड प्रशासनिक सुधार
59. प्रशासनिक सुधार 60. संगठन तथा पद्धतियाँः ओ तथा एम 61. प्रशासनिक सुधर के अन्य उपकरण 62. कार्यक्षमता के सहायक तत्व: लोक सेवाओं को श्रेष्ठ प्रेरणा
अष्टम् खण्ड प्रशासनिक सुधार
नवम् खण्ड प्रशासनिक कानून तथा अधिनिर्णय
63. प्रशासकीय कानून 64. प्रदत्त विधि-निर्माण 65. प्रशासकीय न्यायाधिकारण
दशम् खण्ड लोक नीति
66. लोक नीति 67. भारत में नीति निर्माण
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Description
Lok Prashashan (Public Administration – , By – Avasthi & Maheshwari, ISBN Code – 978-93-87346-65-9
लोक प्रशासन का नवीन संस्करण पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें हर्ष है। यह पुस्तक अपने विषय का प्रामाणिक ग्रन्थ बन सकी हैं, इसने हमारे उत्तरदायित्व को और भी गम्भीर बना दिया है। नया संस्करण पूर्ण रूप से संशोधित किया गया है तथा इसमें कई नवीन अध्यायों का समावेश किया गया है। पुस्तक में अद्यतन घटनाओं व कार्यकलापों का भी वर्णन है। पुस्तक की भाषा अद्योपान पुनः पढ़ी गयी है तथा इसे सरल व बोधगम्य बनाने का पूर्ण प्रयत्न किया गया है।
इस पुस्तक के प्रत्येक विषय को मैनें पूर्णतय संशोधित करने का प्रयास किया है तथा इसमें अद्यतन घटनाओं एवं क्रियाकलापोंः यथा-लोकपाल तथा लोकायुक्त तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2013 को समावेशित किया है।
सिविल सेवाओं और यू जी सी- ;छण् म्ण् ज्ण्द्ध जैसी उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रतिभागियों तथा परस्नात्क (एम ए) कक्षा के विद्यार्थीयों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मैनें प्रशासन के सिद्धान्त, संगठन के सिद्धान्त, लोकायुक्त तथा सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा की नई परीक्षा पद्धति 2013 पर अधिक विस्तृत, नूतन एवं सारगर्वीत उपलबधि कराने का प्रयास किया है।
लोक प्रशासन के इस नवीन संस्करण में कुछ नये विषय जैसे-लोकपाल एवं लोकायुक्त, प्रशासनिक विकास, वैज्ञानिक प्रबन्धः फ्रेडरिक टेलर, प्रशासन में सच्चरित्रता एवं भ्रष्टाचार सन् 2013 से संघ लोक सेवा आयेग द्वारा लागू की गई सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के नवीन पद्धति का विवरण (भर्ती तथा चयन अध्याय में) आदि के भी विस्तृत अध्ययन सामग्री के साथ उपलब्ध कराया गया है।
यहाँ एक बार कहना आवश्यक हैं कि लोक प्रशासन में आँकड़ों के आय करना सुलभ कार्य नहीं हैं। अनेक मामले में गोपनीय बने रहते हैं। आँकडे मिलते हैं वह भी विलम्ब के बाद (पाठको को यह बात ध्यान में रखनी चाहिए) इस पुस्तक के साथ समाचार-पत्रों का पढ़ना भी आवश्यक है क्योंकि नये नये परिवर्तन इन्हें में शीध्र प्रकाशित होते हैं।
हमें आशा है कि राजनीति विज्ञान यह लोक प्रशासन के शिक्षक व विद्यार्थीगण प्रस्तुत संस्करण के अब और अधिक उपयोगी पायेंगे।
इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
प्रथम खण्ड लोक प्रशासन: सामान्य परिचय
1. लोक प्रशासन: अर्थ, प्रकृति तथा क्षेत्र 2. लोक प्रशासन तथा निजी प्रशासन 3. लोक प्रशासन: कला, विज्ञान अथवा दोनों 4. लोक प्रशासन का महत्व 5. एक विश्व के रूप में लोक प्रशासन का विकास 6. नवीन लोक प्रशासन 7. वुडरो विल्सन तथा लोक प्रशासन: एक दृष्टिकोण 8. तृतीय विश्व में लोक प्रशासन के मुख्य मुद्दे और चुनोतियाँ 9. नवीन सार्वजनिक प्रबन्ध 10. जन विकल्प (जन चयन) सिद्धान्त तथा लोक प्रशासन 11. लोक प्रशासन की अध्ययन पद्धतियाँ
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
12. विकास प्रशासन 13. प्रशासनिक विकास 14. विकास तथा नौकरशाही 15. विकसित प्रशासन की परिवर्तनशील रूपरेखा 16. तुलनात्मक लोक प्रशासन: अर्थ तथा क्षेत्र 17. तुलनात्मक लोक प्रशासन के प्रतिमान (मॉडल)
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
द्वितीय खण्ड लोक प्रशासन के नये आयाम
तृतीय खण्ड संगठन
18. संगठन: औपचारिक एवं आनौपचारिक 19. संगठन के सिद्धान्त 20. प्रशासन के सिद्धान्त अथवा उपागम 21. संगठन की संरचनाः मुख कार्यपालिका-1 22. संगठन की संरचनाः लाइन एवं स्टाफ-2 23. संगठन की संरचनाः विभाग-3 24. संगठन की संरचनाः लोक निगम-4 25. संगठन की संरचनाः बोर्ड तथा आयोग-5 26. संगठन की संरचनाः स्वतन्त्र नियमकीय आयोग-6 27. संगठन की संरचनाः क्षेत्रीय प्रशासन-7
चतुर्थ खण्ड प्रबन्ध
28. प्रबन्ध 29. वैज्ञानिक प्रबन्ध: फ्रडरिक डब्ल्यू टेलर 30. प्रशासनिक व्यवहार: नेतृत्व 31. प्रशासन में निर्णयन: हरबर्ट साइमन 32. संचार अथवा संप्रेषण 33. अभिप्रेरणाः मैस्ले, मैकग्रेगर, हर्जबर्ग एवं आऊची 34. मनोबल एवं नैतिकता
पंचम खण्ड कार्मिक प्रशासन
35. सेविवर्ग प्रशासन 36. लोक सेवाओं का विकास 37. नौकरशाही की अवधारणाः मैक्स बेवर 38. लोक सेवा की अवधारणा 39. भारत में लोक सेवा 40. भर्ती तथा चयन 41. लोक सेवकों का प्रशिक्षण 42. लोक सेवा में पदोनति तथा कार्य-मूल्यांकन 43. लोक सेवा में पद वर्गीकरण 44. प्रशासन में अनुशासन 45. नियोक्ता-कर्मचारी सम्बन्ध: हिटलेवाद 46. प्रशासन में सच्चरित्रता
पष्ठम खण्ड वित्तीय प्रशासन
47. वित्तीय प्रशासन तथा बजट 48. भारत में बजट सम्बन्धी प्रक्रिया 49. कार्य-निष्पादक बजट 50. वित्त पर संसदीय नियन्त्रण 51. लेखांकन तथा लेखा-परीक्षण 52. मौद्रिक नीति तथा राजकोषीय नीति
सप्तम् खण्ड प्रशासनिक नियन्त्रण तथा उत्तरदायित्व
53. प्रशासन पर विद्यार्थी नियन्त्रण 54. प्रशासन में भ्रष्टाचार 55. लेखपाल तथा लोकायुक्तः भारतीयओम्बुड्समेन 56. जन-शिकायत निवारण 57. नागरिक तथ प्रशासन: विविध पक्ष 58. भारत में नागरिक अधिकार-पत्र
अष्टम् खण्ड प्रशासनिक सुधार
59. प्रशासनिक सुधार 60. संगठन तथा पद्धतियाँः ओ तथा एम 61. प्रशासनिक सुधर के अन्य उपकरण 62. कार्यक्षमता के सहायक तत्व: लोक सेवाओं को श्रेष्ठ प्रेरणा
अष्टम् खण्ड प्रशासनिक सुधार
नवम् खण्ड प्रशासनिक कानून तथा अधिनिर्णय
63. प्रशासकीय कानून 64. प्रदत्त विधि-निर्माण 65. प्रशासकीय न्यायाधिकारण
दशम् खण्ड लोक नीति
66. लोक नीति 67. भारत में नीति निर्माण
Additional information
Weight | 1.0 kg |
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Dimensions | 24 × 16 × 2 cm |
Cover Type | Hard Bound Edition, Paper Back Edition |
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