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लोक अर्थशास्त्र | Lok Arthshastra -(TEXT BOOK)- By J.C. Pant

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लोक अर्थशास्त्र | Lok Arthashaastra – , By – Dr. J.C. Pant, ISBN Code –

 

इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
प्रथम भाग
लोक-वित्त
1. प्रारम्भिक परिचय

2. सार्वजनिक वित्त की प्रकृति और उसका क्षेत्र

3. सार्वजनिक व्यय की प्रकृति एवं सिद्धान्त

4. सार्वजनिक व्यय के प्रभाव

5. सार्वजनिक आय: उसका वर्गीकरण एवं स्त्रोत

6. करारोपण के सिद्धान्त एवं रूप

7. करारोपण में न्याय की समस्या

8. कर-भार एवं कर-विवर्तन का सिद्धान्त

9. करदान-क्षमता

10. करारोपण के आर्थिक प्रभाव

11. सार्वजनिक ऋण

12. घाटे की वित्त-व्यवस्था

13. युद्धकालीन वित्त

14. विकास-वित्त

15. संघीय वित्त-व्यवस्था के सिद्धान्त

16. कार्यात्मक वित्त

17. राजकोषीय नीति

18. राजस्व के माध्यम से पूर्ण रोजगार

19. वित्तीय प्रषासन

20. सरकारी उद्यम

21. शून्य आधारित बजट एवं सन्तुलित बजट

22. इष्टतम बजट-मसग्रेव व वैगनर का इष्टतम बजट
द्वितीय भाग
भारतीय राजस्व
1. भारत में संघीय वित्त-व्यवस्था का विकास

2. संघ व राज्य सरकारों के मध्य वित्तीय सम्बन्ध

3. भारतीय वित्त आयोग

4. भारत में सार्वजनिक व्यय

5. केन्द्रीय सरकार की आय के साधन

6. राज्य सरकारों की आय के साधन

7. भारतीय कर-प्रणाली के लक्षण

8. स्थानीय वित्त-व्यवस्था

9. भारत का सार्वजनिक ऋण

10. भारत में घाटे की वित्त-व्यवस्था

11. बजट एवं बजट-नीति

12. वैट-एक नयी कर प्रणाली

13. रोजगार के सिद्धान्त

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Description

लोक अर्थशास्त्र | Lok Arthashaastra – , By – Dr. J.C. Pant, ISBN Code –

 

इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
प्रथम भाग
लोक-वित्त
1. प्रारम्भिक परिचय

2. सार्वजनिक वित्त की प्रकृति और उसका क्षेत्र

3. सार्वजनिक व्यय की प्रकृति एवं सिद्धान्त

4. सार्वजनिक व्यय के प्रभाव

5. सार्वजनिक आय: उसका वर्गीकरण एवं स्त्रोत

6. करारोपण के सिद्धान्त एवं रूप

7. करारोपण में न्याय की समस्या

8. कर-भार एवं कर-विवर्तन का सिद्धान्त

9. करदान-क्षमता

10. करारोपण के आर्थिक प्रभाव

11. सार्वजनिक ऋण

12. घाटे की वित्त-व्यवस्था

13. युद्धकालीन वित्त

14. विकास-वित्त

15. संघीय वित्त-व्यवस्था के सिद्धान्त

16. कार्यात्मक वित्त

17. राजकोषीय नीति

18. राजस्व के माध्यम से पूर्ण रोजगार

19. वित्तीय प्रषासन

20. सरकारी उद्यम

21. शून्य आधारित बजट एवं सन्तुलित बजट

22. इष्टतम बजट-मसग्रेव व वैगनर का इष्टतम बजट
द्वितीय भाग
भारतीय राजस्व
1. भारत में संघीय वित्त-व्यवस्था का विकास

2. संघ व राज्य सरकारों के मध्य वित्तीय सम्बन्ध

3. भारतीय वित्त आयोग

4. भारत में सार्वजनिक व्यय

5. केन्द्रीय सरकार की आय के साधन

6. राज्य सरकारों की आय के साधन

7. भारतीय कर-प्रणाली के लक्षण

8. स्थानीय वित्त-व्यवस्था

9. भारत का सार्वजनिक ऋण

10. भारत में घाटे की वित्त-व्यवस्था

11. बजट एवं बजट-नीति

12. वैट-एक नयी कर प्रणाली

13. रोजगार के सिद्धान्त