भारत में लोक प्रशासन-Bharat mein lok Prashashan (TEXT BOOK)- By Avasthi & Avasthi
₹432.00 – ₹896.00
Bharat mein lok Prashashan – , By – Avasthi & Avasthi, ISBN Code – 978-93-88297-11-0
प्रायः प्रत्येक भारतीय विष्वविद्यालय में लोक प्रषासन को स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर एक विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। वे अपने पाठ्यक्रम में भारतीय प्रषासन पर एक प्रष्न-पत्र रखते हैं। पिछले कुछ वर्षों से संघ लोक-सेवा आयोग तथा राज्यों के लोक-सेवा आयोगों में ‘भारतीय प्रषासन’ को अपने पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया है। इस प्रकार इस विषय पर एक व्यापक पाठ्य-पुस्तक की आवष्यकता को पूरा करने के उद्देष्य से यह पुस्तक लिखी गयी है।
यह पुस्तक हमारी अंग्रेजी में लिखित प्दकपंद ।कउपदपेजतंजपवद पर आधारित है, किन्तु यह उसका अक्षरषः अनुवाद नहीं है। छात्रों को सुविधा के लिए इस पुस्तक में कुछ नवीन अध्याय सम्मिलित किये गये हैं।
प्रस्तुत पुस्तक अपने इस नये रूप में लोकप्रषासन तथा राजनीति विज्ञान के षिक्षकगणों, विद्यार्थियों तथा सिविल सेवा/प्रान्तीय सिविल सेवा: च्ब्ै.न्च्ए त्।ैए ठच्ैब्ए भ्च्ैब्ए न्ज्ञच्ब्ैए श्रच्ैब्ए डच्च्ैब्ए एवं न्ळब्.छम्ज् आदि परीक्षाओं हेतु अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी।
इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
1. भारत में प्रषासन का विकास 2. ब्रिटिष विरासत एवं प्रषासनिक विषेषताएँ 3. दार्षनिक एवं संवैधानिक रूपरेखाः विषेषताएँ एवं प्रस्तावना 4. दार्षनिक एवं संवैधानिक रूपरेखाः आधारभूत मूल्य 5. चर्चा के महत्वपूर्ण सम-सामयिक मुद्दे 6. सार्वजनिक उपक्रमों का प्रषासन 7. संघीय सरकार तथा प्रषासन 8. संघीय कार्यपालिकाः राष्ट्रपति 9. संघीर्य कार्यपालिकाः प्रधानमन्त्री 10. केन्द्रीय सचिवालय 11. मन्त्रिमण्डल सचिवालय 12. प्रधानमन्त्री कार्यालय 13. मन्त्रालयों/विभागों का संगठन 14. संलग्न कार्यालय का संगठन 15. बोर्ड, आयोग तथा परामर्षदात्री समितियाँ 16. भारत में क्षेत्रीय प्रषासन 17. राज्य सरकार तथा प्रषासन 18. राज्य कार्यपालिका: राज्यपाल 19. राज्य कार्यपालिका: मन्त्रिपरिषद् 20. राज्य कार्यपालिका: मुख्यमन्त्री 21. राज्य प्रषासन: राज्य सचिवालय 22. राज्य प्रषासन: मुख्य सचिव 23. राज्य प्रषासन: निदेषालय तथा विभाग 24. भारत में जिला प्रषासन 25. भारत में लोक सेवा 26. भारतीय लोक सेवा: संरचना 27. भारतीय लोक सेवा: भर्ती तथा चयन 28. भारतीय लोक सेवा: प्रषिक्षण 29. प्रषासन में अनुषासन 30. भारतीय लोक सेवा: नियोक्ता-कर्मचारी सम्बन्ध 31. भारत में लोक सेवा: राजनीतिक अधिकार, क्षमता निर्माण तथा तटस्थता के परिप्रेक्ष्य में 32. सुषासन या सद्-षासन: भारत की पहल 33. जन-षिकायत निवारण 34. वित्तीय प्रषासन तथा बजट 35. भारत में वित्त मन्त्रालय 36. वित्त पर संसदीय नियन्त्रण 37. भारत में लेखांकन तथा अंकेक्षण प्रणाली 38. भारत का नियन्त्रक तथा महालेखा परिक्षक 39. भारत में प्रषासनिक सुधार 40. भारत में ग्रामीण विकास 41. लोकतान्त्रिक विकेन्द्रीकरण तथा पंचायती राज: 73वाँ संवैधानिक संषोधन 42. भारत में नगरीय स्थानीय शासन 43. भारत में कानून और व्यवस्था प्रषासन 44. भारत में पुलिस प्रषासन 45. राजनीति तथा प्रषासन का अपराधीकरण 46. भारतीय प्रषासन के महत्वपूर्ण मुद्दे 47. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग 48. मिली-जुली सरकारें तथा प्रषासन की समस्याएँ 49. आपदा प्रबन्धन 50. प्रषासन तथा भ्रष्टाचार 51. लोकपाल तथा लोकायुक्त: भारतीय ओम्बुड्समेन 52. नीति आयोग 53. वस्तु एवं सेवा कर 54. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम (मनरेगा)
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Description
Bharat mein lok Prashashan – , By – Avasthi & Avasthi, ISBN Code – 978-93-88297-11-0
प्रायः प्रत्येक भारतीय विष्वविद्यालय में लोक प्रषासन को स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर एक विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। वे अपने पाठ्यक्रम में भारतीय प्रषासन पर एक प्रष्न-पत्र रखते हैं। पिछले कुछ वर्षों से संघ लोक-सेवा आयोग तथा राज्यों के लोक-सेवा आयोगों में ‘भारतीय प्रषासन’ को अपने पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया है। इस प्रकार इस विषय पर एक व्यापक पाठ्य-पुस्तक की आवष्यकता को पूरा करने के उद्देष्य से यह पुस्तक लिखी गयी है।
यह पुस्तक हमारी अंग्रेजी में लिखित प्दकपंद ।कउपदपेजतंजपवद पर आधारित है, किन्तु यह उसका अक्षरषः अनुवाद नहीं है। छात्रों को सुविधा के लिए इस पुस्तक में कुछ नवीन अध्याय सम्मिलित किये गये हैं।
प्रस्तुत पुस्तक अपने इस नये रूप में लोकप्रषासन तथा राजनीति विज्ञान के षिक्षकगणों, विद्यार्थियों तथा सिविल सेवा/प्रान्तीय सिविल सेवा: च्ब्ै.न्च्ए त्।ैए ठच्ैब्ए भ्च्ैब्ए न्ज्ञच्ब्ैए श्रच्ैब्ए डच्च्ैब्ए एवं न्ळब्.छम्ज् आदि परीक्षाओं हेतु अत्यन्त उपयोगी सिद्ध होगी।
इस पुस्तक की विषय सूची इस प्रकार है-
1. भारत में प्रषासन का विकास 2. ब्रिटिष विरासत एवं प्रषासनिक विषेषताएँ 3. दार्षनिक एवं संवैधानिक रूपरेखाः विषेषताएँ एवं प्रस्तावना 4. दार्षनिक एवं संवैधानिक रूपरेखाः आधारभूत मूल्य 5. चर्चा के महत्वपूर्ण सम-सामयिक मुद्दे 6. सार्वजनिक उपक्रमों का प्रषासन 7. संघीय सरकार तथा प्रषासन 8. संघीय कार्यपालिकाः राष्ट्रपति 9. संघीर्य कार्यपालिकाः प्रधानमन्त्री 10. केन्द्रीय सचिवालय 11. मन्त्रिमण्डल सचिवालय 12. प्रधानमन्त्री कार्यालय 13. मन्त्रालयों/विभागों का संगठन 14. संलग्न कार्यालय का संगठन 15. बोर्ड, आयोग तथा परामर्षदात्री समितियाँ 16. भारत में क्षेत्रीय प्रषासन 17. राज्य सरकार तथा प्रषासन 18. राज्य कार्यपालिका: राज्यपाल 19. राज्य कार्यपालिका: मन्त्रिपरिषद् 20. राज्य कार्यपालिका: मुख्यमन्त्री 21. राज्य प्रषासन: राज्य सचिवालय 22. राज्य प्रषासन: मुख्य सचिव 23. राज्य प्रषासन: निदेषालय तथा विभाग 24. भारत में जिला प्रषासन 25. भारत में लोक सेवा 26. भारतीय लोक सेवा: संरचना 27. भारतीय लोक सेवा: भर्ती तथा चयन 28. भारतीय लोक सेवा: प्रषिक्षण 29. प्रषासन में अनुषासन 30. भारतीय लोक सेवा: नियोक्ता-कर्मचारी सम्बन्ध 31. भारत में लोक सेवा: राजनीतिक अधिकार, क्षमता निर्माण तथा तटस्थता के परिप्रेक्ष्य में 32. सुषासन या सद्-षासन: भारत की पहल 33. जन-षिकायत निवारण 34. वित्तीय प्रषासन तथा बजट 35. भारत में वित्त मन्त्रालय 36. वित्त पर संसदीय नियन्त्रण 37. भारत में लेखांकन तथा अंकेक्षण प्रणाली 38. भारत का नियन्त्रक तथा महालेखा परिक्षक 39. भारत में प्रषासनिक सुधार 40. भारत में ग्रामीण विकास 41. लोकतान्त्रिक विकेन्द्रीकरण तथा पंचायती राज: 73वाँ संवैधानिक संषोधन 42. भारत में नगरीय स्थानीय शासन 43. भारत में कानून और व्यवस्था प्रषासन 44. भारत में पुलिस प्रषासन 45. राजनीति तथा प्रषासन का अपराधीकरण 46. भारतीय प्रषासन के महत्वपूर्ण मुद्दे 47. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग 48. मिली-जुली सरकारें तथा प्रषासन की समस्याएँ 49. आपदा प्रबन्धन 50. प्रषासन तथा भ्रष्टाचार 51. लोकपाल तथा लोकायुक्त: भारतीय ओम्बुड्समेन 52. नीति आयोग 53. वस्तु एवं सेवा कर 54. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम (मनरेगा)
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